चाहे वो माउन्ट एवरेस्ट का शिखर हो या आपके पेशे का.
अंग्रेजी आवश्यक है क्योंकि वर्तमान में विज्ञान के मूल काम अंग्रेजी में हैं.
मेरा विश्वास है कि अगले दो दशक में विज्ञान के
मूल काम हमारी भाषाओँ में आने शुरू हो जायेंगे,
तब हम जापानियों की तरह आगे बढ़ सकेंगे.
भगवान, हमारे निर्माता ने हमारे मष्तिष्क
और व्यक्तित्व में असीमित शक्तियां
और क्षमताएं दी हैं.
इश्वर की प्रार्थना हमें
इन शक्तियों को विकसित करने में मदद करती है.
मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था
कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता.
अगर किसी देश को भ्रष्टाचार –
मुक्त और सुन्दर-मन वाले लोगों का देश बनाना है तो ,
मेरा दृढ़तापूर्वक मानना है
कि समाज के तीन प्रमुख सदस्य ये कर सकते हैं.
पिता, माता और गुरु.
यदि हम स्वतंत्र नहीं हैं
तो कोई भी हमारा आदर नहीं करेगा.
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