किसी चीज से डरो मत .
तुम अद्भुत काम करोगे .
यह निर्भयता ही है जो
क्षण भर में परम आनंद लाती है .
प्रेम विस्तार है , स्वार्थ संकुचन है .
इसलिए प्रेम जीवन का सिद्धांत है .
वह जो प्रेम करता है जीता है ,
वह जो स्वार्थी है मर रहा है .
इसलिए प्रेम के लिए प्रेम करो ,
क्योंकि जीने का यही एक मात्र सिद्धांत है ,
वैसे ही जैसे कि तुम जीने के लिए सांस लेते हो .
सबसे बड़ा धर्म है
अपने स्वभाव के प्रति सच्चे होना .
स्वयं पर विश्वास करो .
सच्ची सफलता और आनंद का सबसे बड़ा रहस्य यह है :
वह पुरुष या स्त्री जो बदले में कुछ नहीं मांगता ,
पूर्ण रूप से निस्स्वार्थ
व्यक्ति , सबसे सफल है .
जो अग्नि हमें गर्मी देती है ,
हमें नष्ट भी कर सकती है ;
यह अग्नि का दोष नहीं है .
शक्ति जीवन है ,
निर्बलता मृत्यु है .
विस्तार जीवन है ,
संकुचन मृत्यु है .
प्रेम जीवन है ,
द्वेष मृत्यु है .
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