अपनी अंदर की उस हल्की सी आवाज़ जो कहती है ‘
क्या ये रोचक नहीं होता अगर…’,
पर भरोसा करिये और फिर उसे कर डालिये।
विश्वास मर जाता है
लेकिन अविश्वास फलता-फूलता रहता है।
जहाँ बहुत बड़ी रकम की बात हो ,
वहाँ किसी पर भरोसा ना करना उचित है।
अपना ट्रस्ट मनी में मत रखो ,
बल्कि अपनी मनी ट्रस्ट में रखो।
जीवन एक उपहार है ,
बस भरोसा करो- एक बच्चे की तरह।
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