यदि तुम जो तुम कर रहे हो उसमे विश्वास रखते हो
तो किसी भी चीज को अपने काम को रोकने मत दो.
दुनिया के ज्यादातर बेहेतरीन काम असंभव लगने के बावजूद किये गए हैं.
ज़रूरी है की काम पूरा हो.
अगर तुम्हे नीद नहीं आ रही ,
तो उठो और कुछ करो ,
बजाये लेटे रहने और चिंता करने के.
नीद की कमी नहीं,
चिंता तुम्हे नुकसान पहुंचाती है.
यदि आप भय पर विजय पाना चाहते हैं
तो घर पर बैठ कर उसके बारे में सोचिये मत.
बाहर निकालिए और व्यस्त हो जाइये.
अगर आप शहद इकठ्ठा करना चाहते हैं
तो छत्ते पर लात मत मारिये.
निष्क्रियता संदेह और भय को जन्म देती है.
कार्रवाई विश्वास और साहस को.
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